कबीर साहेब की लीला.. शेखतकी की मृत लड़की को जीवित करना Must read.. blogspot.com शेखतकी ने देखा कि यह कबीर तो किसी प्रकार भी काबू नहीं आ रहा है। तब से अब तक की ने जनता से कहा कि यह कबीर तो जादूगर है। ऐसे ही जंतर-मंतर दिखा कर इसने बादशाह सिकंदर की बुद्धि भ्रष्ट कर रखी है। सारे मुसलमानों से कहा कि तुम मेरा साथ दो,वरना बात बिगड़ जाएगी। भोले मुसलमानों ने कहा पीरजी हम तेरे साथ हैं, जैसे तू कहेगा ऐसे ही करेंगे। शेख तकी ने कहा इस कबीर को तब प्रभु मानेंगे जब मेरी लड़की को जीवित कर देगा जो की कब्र में दबी हुई है। पूज्य कबीर साहेब से प्रार्थना हुई। कबीर साहेब ने सोचा यह नादान आत्मा ऐसे ही मान जाए।(क्योंकि यह सभी जीवात्मा है कबीर साहेब के बच्चे हैं। यह तो काल ने धर्म का हमारे ऊपर कवर चढ़ा रखा है। एक दूसरे के दुश्मन बना रखे हैं।) शेखतकी की लड़की का शव कब्र में दबा रखा था। शेखतकी ने कहा कि यदि मेरी लड़की को जीवित कर दे तो हम इस कबीर को अल्लाह स्वीकार कर लेंगे और सभी जगह ढिंढोरा पिटवा दूंगा कि कबीर जी भगवान हैं। कबीर साहिब ने कहा कि ठीक है। वह दिन निश्चित हुआ। कबीर साहिब ने कहा कि...